loading...

क्या है सई नदी की पूरी कहानी  क्या जिक्र है सई नदी का रामायण में


क्या है सई नदी की पूरी कहानी  । क्या जिक्र है सई नदी का रामायण में,sai-river, sai nadi, सई-नदी
sai-river, sai nadi, सई-नदी

 

    सई नदी भारत के उत्तर प्रदेश में बहने वाली एक बहुत ही प्रसिद्ध नदी है जो कि भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में बहती है मुख्यतः सई नदी गोमती नदी की मुख्य सहायक नदी है सई नदी   भीजवान नामक झील से निकलती है जोकि हरदोई जनपद में है 

 

क्या है सई नदी की लंबाई


    सई नदी हरदोई के भिजवान नामक  झील से निकलकर जौनपुर  में गोमती नदी से मिल जाती है सई नदी लगभग 500 गांवों से होकर गुजरती है और गोमती नदी में मिलने से पहले इनकी लंबाई लगभग 715 किलोमीटर है

 

sai-river, sai nadi,sai river detail, सई-नदी,क्या है सई नदी की पूरी कहानी  । क्या जिक्र है सई नदी का रामायण में
sai-river, sai nadi, सई-नदी

कौन कौन सी नदियो के साथ जुड़ा है सई नदी

 

सई नदी हरदोई,उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, प्रतापगढ़ और जौनपुर जनपद से होकर गुजरती है। बकुलाही नदी सई की प्रमुख सहायक नदी है जो कि उत्तर प्रदेश के रायबरेली , प्रतापगढ़ व इलाहाबाद में बहती है। लोनी और सकरनी जैसी छोटी नदियाँ सई की सहायक धाराएँ है। सई नदी हरदोई के भिजवान नामक  झील से शुरू होने के बाद जौनपुर के  राजेपुर गांव में गोमती नदी से मिल जाती है जिस स्थान पर सई नदी गोमती नदी से मिलती है 

उस स्थान को त्रिमुहानी के नाम से जाना जाता है यहाँ पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन पौराणिक स्नान की मान्यता है तथा यहा एक बड़े मेले का आयोजन किया जाता है।

कहां कहां का सफर तय करती है सई नदी

पूरे सफर में सई नदी हरदोई, रायबरेली, प्रतापगढ़ और जौनपुर जनपद से होकर गुजरती है। इसमें जनपद रायबरेली में कतवारा नैया, महाराजगंज नैया, नसीराबाद नैया, बसदा, शोभ तथा प्रतापगढ़ में भैंसरा, लोनी, सकरनी, बकुलाही आदि छोटी नदियां मिलती हैं।

   सई नदी हरदोई जिले से निकल कर प्रतापगढ़ की सीमा से लगे बालामऊ गांव से जिले में प्रवेश करती है। वहां से सुजानगंज, बक्शा, सिकरारा, सिरकोनी और जलालपुर के मनहन, बिबनमऊ, जलालपुर कस्बा, लालपुर, तालामझवारा, उदपुर गांव को पार करते हुए सिरकोनी ब्लाक के राजेपुर त्रिमुहानी के पास गोमती नदी में जाकर रामेश्वरम मंदिर के पास मिल जाती है। जिले के अंदर यह नदी करीब 70 किलोमीटर की दूरी तय करती है।


क्या है  सई नदी का अयोध्या से संबंध


          सई नदी उत्तर प्रदेश में बहने वाली नदी है जिसका वर्णन रामायण मे भी है। वनवास से लौटते समय श्रीराम ने अयोध्या में प्रवेश से पहले सई नदी को पार कर गोमती में स्नान किया था, गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस में भी इसका उल्लेख किया है कि

 

     "सई उतर गोमती नहाए, चौथे दिवस अवधपुर आये"

  



#sairiver

#sainadi

#sairiverdetail

क्या है सई नदी की पूरी कहानी । क्या जिक्र है सई नदी का रामायण में

क्या है सई नदी की पूरी कहानी  क्या जिक्र है सई नदी का रामायण में


क्या है सई नदी की पूरी कहानी  । क्या जिक्र है सई नदी का रामायण में,sai-river, sai nadi, सई-नदी
sai-river, sai nadi, सई-नदी

 

    सई नदी भारत के उत्तर प्रदेश में बहने वाली एक बहुत ही प्रसिद्ध नदी है जो कि भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में बहती है मुख्यतः सई नदी गोमती नदी की मुख्य सहायक नदी है सई नदी   भीजवान नामक झील से निकलती है जोकि हरदोई जनपद में है 

 

क्या है सई नदी की लंबाई


    सई नदी हरदोई के भिजवान नामक  झील से निकलकर जौनपुर  में गोमती नदी से मिल जाती है सई नदी लगभग 500 गांवों से होकर गुजरती है और गोमती नदी में मिलने से पहले इनकी लंबाई लगभग 715 किलोमीटर है

 

sai-river, sai nadi,sai river detail, सई-नदी,क्या है सई नदी की पूरी कहानी  । क्या जिक्र है सई नदी का रामायण में
sai-river, sai nadi, सई-नदी

कौन कौन सी नदियो के साथ जुड़ा है सई नदी

 

सई नदी हरदोई,उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, प्रतापगढ़ और जौनपुर जनपद से होकर गुजरती है। बकुलाही नदी सई की प्रमुख सहायक नदी है जो कि उत्तर प्रदेश के रायबरेली , प्रतापगढ़ व इलाहाबाद में बहती है। लोनी और सकरनी जैसी छोटी नदियाँ सई की सहायक धाराएँ है। सई नदी हरदोई के भिजवान नामक  झील से शुरू होने के बाद जौनपुर के  राजेपुर गांव में गोमती नदी से मिल जाती है जिस स्थान पर सई नदी गोमती नदी से मिलती है 

उस स्थान को त्रिमुहानी के नाम से जाना जाता है यहाँ पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन पौराणिक स्नान की मान्यता है तथा यहा एक बड़े मेले का आयोजन किया जाता है।

कहां कहां का सफर तय करती है सई नदी

पूरे सफर में सई नदी हरदोई, रायबरेली, प्रतापगढ़ और जौनपुर जनपद से होकर गुजरती है। इसमें जनपद रायबरेली में कतवारा नैया, महाराजगंज नैया, नसीराबाद नैया, बसदा, शोभ तथा प्रतापगढ़ में भैंसरा, लोनी, सकरनी, बकुलाही आदि छोटी नदियां मिलती हैं।

   सई नदी हरदोई जिले से निकल कर प्रतापगढ़ की सीमा से लगे बालामऊ गांव से जिले में प्रवेश करती है। वहां से सुजानगंज, बक्शा, सिकरारा, सिरकोनी और जलालपुर के मनहन, बिबनमऊ, जलालपुर कस्बा, लालपुर, तालामझवारा, उदपुर गांव को पार करते हुए सिरकोनी ब्लाक के राजेपुर त्रिमुहानी के पास गोमती नदी में जाकर रामेश्वरम मंदिर के पास मिल जाती है। जिले के अंदर यह नदी करीब 70 किलोमीटर की दूरी तय करती है।


क्या है  सई नदी का अयोध्या से संबंध


          सई नदी उत्तर प्रदेश में बहने वाली नदी है जिसका वर्णन रामायण मे भी है। वनवास से लौटते समय श्रीराम ने अयोध्या में प्रवेश से पहले सई नदी को पार कर गोमती में स्नान किया था, गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस में भी इसका उल्लेख किया है कि

 

     "सई उतर गोमती नहाए, चौथे दिवस अवधपुर आये"

  



#sairiver

#sainadi

#sairiverdetail

No comments

Search This Blog